clove benefits in Hindi | लौंग khane 17 फायदे और इस्तेमाल

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Clove benefits in Hindi

लौंग खाने के फायदे (long khane ke fayde)- लौंग एक ऐसा वनस्पति औषधि है। जिसे आयुर्वेद में कई प्रकार के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह हमारे भारतीय खाने में परंपरागत मसालों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका प्रयोग तरह तरह के पकवान को स्वादिष्ट बनाने के लिए कई वर्षों से किया जा रहा है। यह पकवान का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ हमें कई बीमारियों से बचाता है। यदि आप इसके औषधीय गुण नहीं जानते है तो आप इस लेख को पढ़ने के बाद इसके फायदे और नुकसान के बारे में जान सकेंगे।

1. लौंग क्या है

लौंग एक वनस्पति है, यह ब्राउन और काले रंग में होती है। इसकी लकड़ी के ऊपर छोटा सा फूल होता है। जो लौंग के रंग से बिल्कुल अलग होता है। इसका रंग मटीला होता है। इसके वृक्ष में लगभग 9 साल के समय पर फूल लगने की शुरुआत होती है। इसकी कलियों को बाजार में लोंग के रूप में बेचा जाता है लौंग दिखने में कैसी होती है। इसकी हम एक ओरिजिनल इमेज आपको नीचे दे रहे हैं। जिसे देखकर आप लोगों को पहचान सकते हैं।

2. लौंग के अन्य भाषाओं में नाम

  • laung in Hindi language  (laung in hindi) – लोंग, लौंग, लवंग
  • laung in English language (Lavanga in english) – (क्लोवस – Cloves), जंजिबर रैड हेड (Zanzibar red head), (क्लोव ट्री – Clove tree), (Clove – क्लोव)
  • laung in Arabic language – (करनफल – Qaranphal), (करनफूल -Qaranphul)
  • laung in Persian language – (मेखत – Mekhat), (मेखक – Mekhak)
  • laung in Kannada language– (लवंग – Lavanga), (रूंग – Rung)
  • laung in Gujarati language– (लवींग – Laving)
  • laung in Nepali language – (लवांग – Lwang) 
  • laung in Telugu language– (करवप्पु – Karvappu), (लवंगमु – Lavangamu)
  • laung in Tamil language- (Cloves in tamil) : (किरांबु – Kirambu), (किराम्पु -Kirampu)
  • laung in Marathi language – (लवंग – Lavang)
  • laung in Malayalam language – (लौंग – Laung), (ग्रामपु – Grampu),( करयाम्पु – Karayampu)
  • laung in Sanskrit language – लवङ्ग, देवकुसुम, श्रीप्रसून, श्रीसंज्ञ, श्रीप्रसूनक, वारिज
  • laung in Urdu language – (लौंग – Laung), (लवंग – Lavang)
  • laung in Bengali language – ( लवंग – Lavang)

3. Clove benefits in Hindi

त्वचा के लिए लौंग का इस्तेमाल (CLOVE BENEFITS IN HINDI)

चंदन पाउडर के साथ लौंग का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाने से लाभ मिलता है। यह त्वचा से संबंधित कील मुंहासे त्वचा इन्फेक्शन दूर करने में मदद करता है।

एंटी एजिंग में लौंग तेल के फायदे

लोंग तेल में एंटी ऑक्सीडेंट और फोनिलिक एसिड कम्पोउंड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जो झुर्रियों को आने से रोकता है, साथ ही एजिंग के प्रभाव को कम करता है।

गले के दर्द में लोंग के फायदे

गर्म पानी में लौंग उबालकर पीने से गले के दर्द, खासी और गले की समस्या से छुटकारा मिलता है।

उल्टी होने पर लौंग के इस्तेमाल 

1 ग्राम लोंग पाउडर को चीनी के साथ एक कप पानी में उबाल लें। ठंडा होने के बाद इसका सेवन करें । इस प्रयोग से उल्टी आने की समस्या तथा जी मिचलाना ठीक होता है।

पेट की गैस मै लौंग का उपयोग

खाना खाने के बाद दो लोंग को चबाकर खाने से गैस जैसी प्रॉब्लम से छुटकारा मिलता है। साथ ही यह पेट के कीड़े नष्ट करने में भी मदद करता है।

घाव मैं लौंग का इस्तेमाल

हल्दी के साथ लोंग का पेस्ट बनाकर घाव पर लगाने से घाव को जल्द ठीक हो होने में मदद मिलती है।

कैंसर से बचाता है

लौंग में एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं, कुछ अध्ययनों में पाया गया इसमें यूजिनॉल होता है। प्रतिदिन दो लौंग खाने से कैंसर की कोशिकाएं बनने से रोकता है।

मसूड़ों के स्वास्थ्य के लिए 

लौंग में एंटीमाइक्रोबिल गुण (antimicrobial properties) पाए जाते हैं। जो मसूड़ों को स्वस्थ रखने का काम करते हैं।

पाचन तंत्र के लिए

कमजोर पाचन तंत्र लौंग के सेवन से दुरुस्त होता है। रात में सोने से पहले 2 लोगों को हल्के गुनगुने पानी के साथ चबाकर खा लें। ऐसा करने से आपकी पाचन क्रिया में सुधार होगा साथ ही पाचन से संबंधित समस्या दूर होगी।

दांत के दर्द में

दांत दर्द में दो लोगों को चबाकर दांत में दबा लें, या फिर रुई की मदद से दर्द वाले स्थान पर इसका तेल लगाएं। ऐसा करने से दांत दर्द में जल्द आराम मिलता है।

मुंह की दुर्गंध में लौंग का इस्तेमाल

1 से 2 लौंग कुछ देर चबाकर खाने से मुंह की दुर्गंध दूर होती है। क्योंकि लौंग में ऐसे तत्व पाए जाते हैं। जो मुंह की दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मार देते है। 

लीवर के लिए

आपके लिवर में सिरोसिस (Cirrhosis) है या फैटी लीवर है या फिर लीवर ठीक ढंग से काम नहीं कर रहा है। ऐसी स्थिति में लौंग का प्रयोग आपके लिए रामबाण हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार लोंग लीवर में होने वाले इंफ्लामेसन को कम करता है। साथ ही लीवर के एंजाइम को रेगुलेट करने का काम करता है। इसके अलावा लीवर में सूजन तथा फैट की समस्या को भी कम करने में मदद करता है।

मधुमेह के लिए

टाइप टू डायबिटीज में लोंग का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार लोंग के गुण शरीर में इंसुलिन को बढ़ा देते हैं। जिससे ब्लड शुगर कम होने में मदद मिलती है।

हड्डियों की हेल्थ के लिए

लौंग में यूजिनॉल और मैग्नीज पाए जाते हैं। जो बोन मास डेंसिटी को बेहतर करने का काम करती है।

जोड़ों में दर्द के लिए

लौंग में एनाल्जेसिक गुण पाए जाते हैं, जो जोड़ों के दर्द में फायदेमंद होता है। इसलिए आप लौंग को खा सकते हैं या फिर लौंग का तेल जोड़ो पर मालिश कर सकते हैं।

बदलते मौसम में काली खासी की समस्या

बदलते मौसम में अक्सर सूखी और खांसी काली खांसी की समस्या हो जाती है। ऐसे में रात को सोने से पहले 2 लोगों को चबाकर ऊपर से एक गिलास गुनगुना पानी लें। यह उपाय आपको ऐसी समस्या से आराम दिलाने में मदद करेगा।

सर्दी जुकाम में लोंग का प्रयोग

सर्दी जुकाम होने पर लोंग के पाउडर को चाय में डालकर पी सकते हैं। इस प्रयोग से सर्दी जुकाम में आराम मिलता है।

4. लौंग में पाए जाने वाले पोषक तत्व

  • पोटेशियम 
  • सोडियम 
  • फास्फोरस 
  • आयरन 
  • मैग्नीज
  • फाइबर 
  • विटामिन के 
  • विटामिन सी 
  • ओमेगा 3 
  • यूजिनॉल 
  • मैग्नीशियम 
  • कैल्शियम

5. पुरुषों के लिए लौंग तेल के फायदे 

रात में सोने से पहले एक कप गुनगुने पानी के साथ दो लौंग चबाकर खा लें। ऐसा करने से स्वप्नदोष की समस्या दूर होगी। जो पुरुषों में कमजोरी का कारण भी बन जाता है। सआठ ही इसके सेवन से पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी बेहतर होती है।

6. लौंग की तासीर

लौंग की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन सर दिन में अधिक किया जाता है। 

7. लौंग के सेवन से होने वाले नुकसान

लोंग के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, लेकिन इसके अधिक सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इसके अधिक सेवन से क्या नुकसान हो सकते हैं, आइए जान लेते हैं।

  • डायबिटीज के पेशेंट को लौंग का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह देनी चाहिए। लौंग के सेवन से एंटी हाइपरग्लिसमिक एक्टिविटी होती है। अगर यह लंबे समय तक हो तो डायबिटीज के रोगियों के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
  • लोगों का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए एक अध्ययन के अनुसार लौंग शरीर में टॉक्सिक बनाने का कारण बन सकता है।
  • लौंग का अधिक सेवन करने से ब्लीडिंग बढ़ सकती है। वह लोग जो खून को पतला करने के यह दवा ले रहे हैं। उन्हें लोगों सेवन से परहेज करना चाहिए।
  • लोंगे अधिक सेवन से एलर्जी की समस्या हो जाती है इसलिए इस सीमित मात्रा में इसका सेवन करें।

8. लौंग कहां पाया जाता है

भारत में लौंग केरल कोचीन की लाल मिट्टी और पश्चिमी घाट के पर्वत वाले इलाके में होती है इसके अलावा की पैदावार श्रीलंका मैं अधिक होती है भारत लोंग का आयात श्रीलंका से करता है।

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लोंग तेल कान में डालने से क्या होता है 

लौंग का तेल कान में डालने से कान दर्द और इंफेक्शन ठीक होता है। लौंग के तेल में बराबर मात्रा में तिल का तेल मिला लें। इसे कोटन या रुई की मदद से तेल में दर्द होने पर लगा सकते हैं।

लौंग के तेल में कुछ बूंदे ऑलिव ऑयल की मिला लें। इन दोनों का मिश्रण कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है।

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